16 मई 2021 को 27 वर्षीय आसिफ हुसैन खान अपने दो भाइयों के साथ दवाईयां खरीदने निकला था। आसिफ हरियाणा के नूंह जिले के खेड़ा खलीलपुर में जिम इंस्ट्रक्टर का काम किया करते थे।जिस वक्त वह बाहर थे, एक भीड़ उन तीन के पास आई और आसिफ और उसके दो भाइयों को लाठियों से पीटने लगी। इसके बाद इस भीड़ ने आसिफ को अगवा कर लिया। थोड़ी देर बाद गांव में आसिफ की लाश मिली।आसिफ के परिवार का आरोप है कि आसिफ को जबरदस्ती “जय श्री राम” का जाप करने के लिए भीड़ ने कहा और उसे मुस्लिम विरोधी गालियों भी दी। हालांकि पुलिस ने इस दावे से इनकार किया है।घटना के बाद हरियाणा के उक्त ज़िले में विरोध प्रदर्शन हुए। पुलिस ने विरोध कर रहे कुछ लोगों को गिरफ्तार का लिया है यह कह कर की उन लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, वहीं जो इस मामले में आरोपी हैं उनमें से कुछ लोग अभी भी खुले घूम रहे हैंइस घटना के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एनसीएचआरओ के परिसंघ ने 18 मई, 2021 को हरियाणा राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज की है। शिकायत एनसीएचआरओ की दिल्ली राज्य समिति की उपाध्यक्ष स्वाति सिन्हा द्वारा दर्ज कराई गई थी।हमने राज्य मानवाधिकार आयोग से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।