पटना (सैफुर रहमान/इंसाफ़ टाइम्स) जातिगत जनगणना को लेकर कुछ दिनों से बहुत एक्टिव दिख रहे राजद नेता तेजस्वी यादव आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस विषय पर मिले हैं- और उसके बाद ही नीतीश की पार्टी जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का सोशल मीडिया पर एक बड़ा बयान आया है जिसमें उन्होने साफ लिखा कि मुख्य मंत्री नीतीश कुमार जातिगत जनगणना का उपयोग कल्याणकारी योजनाओं की बेहतरी के लिए करना चाहते हैं और अन्य दल अपनी राजनीतिक लाभ के लिए- उनके इस बयान को सीधे तौर पर तेजस्वी के ऊपर परहार के रूप में देखा जा रहा है कीउंकी कुछ दिनों से वो इस मामले को लेकर बहुत एक्टिव दिख रहे हैं- उमेश कुशवाहा के बयान के बाद से ये सवाल उठने लगा है कि जातिगत जनगणना को लेकर प्रधान मंत्री से एक साथ मिलने वाली बिहार की राजनीतिक पार्टियां अंदर से इस मामले में भी तो बंटी हुई नहीं है?उमेश कुशवाहा ने आगे लिखा के बिहार सरकार इस के लिए कानूनी विकल्प कि तलाश में है