पटना (सैफुर रहमान/इंसाफ़ टाइम्स) बिहार के मशहूर मुस्लिम धर्म गुरु व ऑल इंडिया इमामस काउंसिल बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती इकरामुद्दीन क़ासमी ने इंसाफ़ टाइम्स से बात करते हुए चंद दिनों पहले मुम्बई में हुई देश भर के मुस्लिम लीडरान कि मीटिंग कि सराहना कि और कहा के आज वो तमाम खतरे हमारे सरों पर व आंखो के सामने है जिस पर कई दशक से चर्चा हो रहा था उन्होंने कहा के आज भारत में साफ झलक रहा है कि शायद जल्द हि भारत के लोकतंत्र व संविधान को एलानिया ख़त्म का दिया जाए- और मुस्लिम समाज के नरसंहार कि शुरुआत कर दी जाए जिस के लिए बहुत तेज़ी के साथ वातावरण तैयार किया जा रहा है- मुफ्ती इकरामुद्दीन ने कहा के इस समय में ज़रूरत है कि गांव और मुहल्ले से लेकर ज़िला व प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर इस के हर तरह के प्रतिरोध के लिए हर तरह से तैयार हुआ जाए और ये काम जंगी अस्तर पर होनी चाहिए- इसी लिए मुम्बई में मौलाना सज्जाद नोमानी की तरफ़ से भारत भर के निडर व ज़मीन से जुड़े लीडर्स को बुला कर एक मज़बूत प्लान बनाया गया जो कि सराहनीय व रौशन कल कि खुश खबरी कि तरह है- मुफ्ती इकरामुद्दीन क़ासमी ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कहा के पानी के झरने को शिवलिंग बताए जाने और लोकल कोर्ट के ज़रिए उस पर प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 का उलंघन करते हुए फ़ैसला देने का मामला फासीवाद की तरफ़ से आखरी टेस्ट जैसा है जिसे नाकाम नहीं किया गया तो इसके बाद का स्टेप शायद लोकतंत्र के खात्मे व मुसलमानों के नरसंहार के शुरुआत का होगा, इस लिए तमाम मुसलमानों व लोकतांत्रिक लोगों को मजबूती से आगे आकर इस शाजिश को नाकाम करना होगा