दिल्ली (इंसाफ़ टाइम्स डेस्क) संयुक्त राष्ट्र के जेनरल असेंबली में फ़लस्तीन के समर्थन में प्रस्ताव स्वीकार किया गया,प्रस्ताव में कहा गया है कि “इजरायल पूर्वी यरुशलम समेत उन तमाम क्षेत्रों को आज़ाद करे जिस पर 1967 के बाद उसने कब्ज़ा किया है”
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ये प्रस्ताव सेनेगल ने पेश किया,जिसके समर्थन में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 सदस्यों में से 157 देशों ने वोट किया है
भारत उन 157 देशों में शामिल था जिन्होंने इसके पक्ष में मतदान किया, जबकि आठ सदस्य देशों (अर्जेंटीना,हंगरी,इजरायल,माइक्रोनेशिया,नाउरू,पलाऊ, पापुआ न्यू गिनी और अमेरिका) ने इसके खिलाफ मतदान किया, कैमरून,चेकिया,इक्वाडोर,जॉर्जिया,पैराग्वे,यूक्रेन और उरुग्वे ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया
भारत ने महासभा में एक और प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया जिसमें मांग की गई थी कि प्रासंगिक सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के कार्यान्वयन में इजराइल कब्जे वाले सीरियाई गोलन से हटे तथा जून 1967 में तय सीमा रेखा पर लौट जाए,इस प्रस्ताव के पक्ष में 97 मत पड़े जबकि आठ ने इसके विरोध में मतदान किया!वहीं ऑस्ट्रेलिया,कनाडा,इजराइल,ब्रिटेन और अमेरिका सहित 64 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया