पटना (महताब आलम/इंसाफ टाइम्स)
भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। स्थिति अब नियंत्रण में है। जो लोग जमा हुए थे उन्हें घर भेज दिया गया है । तनाव को देखते हुए मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
झारखंड के जमशेदपुर में माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। बताया जा रहा है कि एक धार्मिक झंडे के कथित अपमान के बाद दो गुटों के बीच शास्त्रीनगर में हिंसक झड़प हो गई। उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया साथ ही कई दुकानों और एक ऑटो-रिक्शा में आग लगा दी। बाद में स्थिती संभालने के लिए पुलिस ने रविवार शाम को क्षेत्र में कर्फ्यू लागू की।
जमशेदपुर एसपी के. विजय शंकर ने बताया कि इस मामले में दोनों समुदायों के कुल 55 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अभय सिंह के एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके समर्थकों ने थाने में आकर अभद्रता की है। इन सब पर भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, दो समुदायों के बीच हिंसा भड़कने के बाद जमशेदपुर प्रशासन ड्रोन से निगरानी कर रहा है।
31 मार्च को भी हुई थी हिंसा
इससे पहले 31 मार्च की रात को भी रामनवमी पर जमकर हिंसा हुई थी। जमशेदपुर के हल्दीपोखर में रामनवमी पर जमकर पथराव हुआ था। लोग रामनवमी का जुलूस निकाल रहे थे। जब जुलूस जुगसलाई पहुंचा तो कुछ लोगों ने विरोध करते हुए जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया था। इस घटना से गुस्साए लोगों ने बाटा चौक में हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया था।