पटना (प्रेस रिलीज़/इंसाफ़ टाइम्स) मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद स्टूडेंट्स यूनियन ने मौलाना आज़ाद का एन०सी०ई०आर०टी० कक्षा ग्यारह पाठ्यक्रम से मौलाना अबुल आज़ाद को हटाए जाने की सख़्त अल्फाज़ में मजम्मत की है।
स्टुडेंट्स यूनियन ने इसको मुस्लिम मुखालिफ और मुस्लिम तखस्सुस (अस्मिता) पर हमला बताया है और कहा की मौलाना आज़ाद जहां एक फ्रीडम फाइटर थे तो वहीं दूसरी तरफ़ आई० आई० टी०, आई० आई० एम०, यू० जी० सी० जैसे संस्थानों के संस्थापक भी थे। इस लिए हुकूमत की जिम्मेदारी है कि उनको लोगों के बीच लाए न कि उनका नाम मिटाए।
स्टूडेंट्स यूनियन ने सवाल करते हुए कहा कि उनका ज़िक्र एक कक्षा के पाठ्यक्रम से तो हटाया जा सकता है लेकिन सरकार उनके ज़रिए बनाए गए संस्थानों से उनका ज़िक्र कैसे हटा सकती है।
स्टूडेंट्स यूनियन ने मांग की है कि इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाए, और एनसीईआरटी सिलेबस में मौलाना आजाद का विस्तृत परिचय शामिल किया जाए।