दिल्ली (इंसाफ़ टाइम्स डेस्क) भाजपा शाशित राज्य शछत्तीसगढ़ में जुमा की नमाज़ में होने वाली तकरीरों के लिए इजाज़त लेने जोगी और तकरीर किस मुद्दे पर होगी ये भी लिखित में बताना होगा,ये आदेश छत्तीसगढ़ वक़्फ़ बोर्ड के अध्य्क्ष डॉक्टर सलीम ने मस्जिदों के मुतवल्लियों को पत्र के ज़रिए दिया है
डॉक्टर सलीम ने बताया कि ये आदेश 22 नवंबर से लागू होगा,और आदेश लागू होने के बाद हर जुमा की तकरीर इजाज़त के बाद ही की जा सकेगी
डॉ. सलीम ने बताया कि “प्रदेशभर की मस्जिदों के मुतवल्लियों को जानकारी देने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है,इस ग्रुप में मुतवल्ली तकरीर के विषय की जानकारी देंगे,बोर्ड से नियुक्त अधिकारी विषय को परखेंगे और अनुमति देंगे,आदेश नहीं मानने पर मुतवल्लियों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, उन्होंने कहा कि हमने जो पत्र लिखा है वह मुतवल्लियों के लिए है, इमामों के लिए कोई निर्देश नहीं दिया है”
डॉक्टर सलीम ने आगे कहा कि “इमामों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कहा गया है, जो अल्पसंख्यकों के लिए है,मुतवल्लियों को धार्मिक उपदेशों तक ही सीमित रहना चाहिए, राजनीति नहीं करनी चाहिए”
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद,असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “अब भाजपाई हमें बताएंगे कि दीन क्या है? क्या हमें अपने दीन पर चलने के लिए अब उनसे इजाजत लेनी होगी? वक्फ बोर्ड के पास ऐसी कोई कानूनी ताकत नहीं है”