दिल्ली (इंसाफ़ टाइम्स डेस्क) “एक देश,एक चुनाव विधेयक-2024” लोकसभा से पारित हो गया,कैबिनेट से मंजूरी के बाद विधेयक लोकसभा में पेश किया गया था
एक देश,एक चुनाव पर पहले डिजिटल वोटिंग हुआ जिसमें मौजूद 369 सांसदों में से 220 मत पक्ष में तो 149 वोट विपक्ष में पड़े,डिजिटल वोटिंग पर विपक्ष की आपत्ति के बाद पर्ची के ज़रिए भी मत लिया गया जिसमें पक्ष में 269 और विपक्ष में 198 वोट पड़े
गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा कि “बिल जब कैबिनेट में आया था, तब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि इसे संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेजना चाहिए,कानून मंत्री ऐसा प्रस्ताव कर सकते हैं”
विपक्षी दलों ने संसद में जम कर विधेयक का विरोध किया और इस तानाशाही लाने के प्रयास का हिस्सा बताया
बिहार विधानसभा में नेता प्रतापिक्ष तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “राज्य का चुनाव यहां (प्रदेश) के मुद्दों पर होता है,ये लोग (बीजेपी) तो आरएसएस के एजेंडा को लागू करना चाहते हैं, इसलिए हम लोग कहते हैं कि ये संविधान के विरोधी हैं,अभी कह रहे हैं ‘वन नेशन वन इलेक्शन’, आगे कहेंगे ‘वन नेशन वन पार्टी’, फिर कहेंगे ‘वन नेशन वन लीडर’, क्या मतलब है? बाद में कहेंगे कि असेंबली के चुनाव की जरूरत ही नहीं है. नॉमिनेटेड सीएम और गर्वनर दे दो”