चुनाव ही नहीं जनमत संग्रह भी:संभावित चुनावी नतीजे, संभावनाएं और चिंताएं

सैफुर रहमानमुख्य संपादक, इन्साफ टाइम्स आख़िरकार दुनिया के महान लोकतांत्रिक देश भारत का चुनाव अंतिम चरण पूरा कर चुका है और अब नतीजे का इंतज़ार कर रहा है, इस चुनाव को न केवल देश में बल्कि विश्व स्तर पर भी काफी महत्व के साथ देखा जा रहा है और इसका मुख्य कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी … Read more

नए साल के आगमन पर गुजरे साल की जवाबदेही भी जरूरी

अलीज़े नजफ हम इस वक्त 2024 की दहलीज पर खड़े हैं, आम परंपरा या यूं कहें कि स्वनिर्मित परंपरा के अनुसार हममें से ज्यादातर लोग इस नए साल के आगमन का स्वागत अपने-अपने तरीके से जश्न मनाकर करते हैं, वहीं कुछ लोग नए साल के लिए लक्ष्य बनाते हैं। फिलहाल, यह रवैया चर्चा का विषय … Read more

ग्लोबल वार्मिंग एक संवेदनशील मुद्दा

अलीज़े नजफ दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। 21वीं सदी ने इस तेज गति को और तेज कर दिया है, जहां दुनिया में कई बदलाव हुए हैं, जो नकारात्मक और सकारात्मक दोनों हैं। उन परिवर्तनों में से एक को ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है। तापमान सामान्य से बढ़ रहा है और यह वृद्धि धीरे-धीरे … Read more

बी जे पी के गुणों से कांग्रेस को सीखने की जरूरत

अलीज़े नजफ पिछले दिनों हुए चुनावों में, जिसे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों का सेमीफाइनल माना जा रहा था, उस में भाजपा की शानदार जीत ने यह साबित कर दिया कि इंडिया गठबंधन के सामने कांटे की टक्कर है और उसे अभी भी खुद पे बहुत काम करने की आवश्यकता है , दूसरे यह … Read more

इंडिया एलायंस:अगर 2024 जीतना है तो…

शोएबूर रहमान भारत के भविष्य के लिए निर्णायक मोड़ माने जाने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहे जाने वाले पांच प्रांतों के 2023 के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी तमाम अटकलों और एग्जिट पोल्स को नकारते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की है। एक तरफ जहां भारतीय … Read more

राजनीतिक दलदल में घुटती बिहार की शिक्षा व्यवस्था.

✍️ सादिया तहसीन राजनीतिक और सांस्कृतिक शक्ति का केंद्र कहलाने वाले बिहार को शिक्षा के विषय हमेशा निंदा का सामना करना परा है। इतिहास के पृष्ठों मे शिक्षा का धर्म-पिता माना जाने वाला बिहार दो प्रमुख विश्वविद्यालयों, नालंदा और विक्रमशिला का जन्म स्थान था। 94,163 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल वाले बिहार की कुल जनसंख्या 10,40,99,452 … Read more

अतीक का नहीं, कानून का खून हुआ है

✍️ अभय कुमार अतीक अहमद को लेकर मीडिया ने जो छवि बनाई, उससे हम भी प्रभावित हुए नहीं रह सकते थे. उनकी छवि एक ‘गैंगस्टर’ की थी. कहा जाता था कि उनके तार बड़े नेताओं से जुड़े थे. कई मामलों में उनपर हिंसा के आरोप भी थे. सच्चाई जो भी, कानून से बड़ा कोई नहीं … Read more

भारत में चुनाव कैसे कराएं: तादाद के हिसाब से नुमाइंदगी का मसला

शरजील इमाम : रिसर्च स्कॉलर जेएनयू (यह समझना जरूरी है कि चुनाव संचालन कराने और प्रतिनिधियों को चुनने के तरीके में मूलभूत परिवर्तन किए बिना एक बड़ी आबादी का विधानसभा या लोकसभा के चुनावों में प्रतिनिधित्व संभव नहीं है। इस कमी को दूर करके हम असली लोकतंत्र की ओर एक कदम और बढ़ा पाएंगे।) अल्पसंख्यकों … Read more

जिन्दा रहने की ख्वाईश कुदरती तौर पर मुझ में भी तो होनी चाहिए – भगत सिंह

भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी की पहले ही सजा सुना दी गई थी.लेकिन हाईकोर्ट में लंबित जिस प्रश्न पर फांसी रुकी हुई थी उसपर विचार शुरू होने लगा था। भगत सिंह भी इस बात को जान रहे थे कि कभी भी उनके फांसी पर लटकाए जाने का आदेश जारी हो सकता है। भगत … Read more

समाज में फैलता रेप और उसका खात्मा।

पटना (इमाम अली/इंसाफ़ टाइम्स) जैसा कि आप जानते हैं, “बलात्कार” शब्द का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, और जब इसका उपयोग किया जाता है, तो यह माना जाता है कि इससे जुड़े सभी लोग पुरुष हैं। जैसा कि हमारे संविधान की धारा 375 में कहा गया है, एक व्यक्ति पर “बलात्कार” करने का … Read more