आज़ादी के 75 साल और भारत का मुसलमान…….

अब्दुल रकीब नोमानीछात्र पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग मानु-हैदराबाद देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए हैं.लेकिन देश का मुसलमान आज़ भी जस के तस खड़ा है.सरकार किसी की भी बनी हो लेकिन किसी ने भी सही से मुसलमानों की सुध नहीं ली. इन 75 सालों के दौरान मुसलमानों ने कई उतार-चढ़ाव और बदलाव देखें … Read more

नीतीश कुमार की मीटिंगों का सिलसिला और भाजपा के लिए 80 के दशक वाले हालात पैदा होने कि संभावना।

सैफ़ूर रहमानचीफ़ एडिटर इंसाफ टाइम्स बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एनसीपी सुप्रीमो और विपक्ष के वरिष्ठ नेता शरद पवार से उनके दिल्ली आवास पर मुलाक़ात कि और 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी‌‍ एकता पर चर्चा किया।अस्पष्ट हो कि शरद पवार कि पार्टी महाराष्ट्र की दो बड़ी राज्य पार्टियों में से एक है … Read more

अतीकुर रहमान की रिहाई के लिए प्रदर्शन में शामिल हुआ एनसीएचआरओ

हाथरस साजिश मामले के कैद आरोपियों में से अतीकुर रहमान, जिसे अक्टूबर 2020 में उत्तर प्रदेश, हाथरस जाते समय गिरफ्तार किया गया था, “आंशिक रूप से लकवा” हो गया है और उन्हें चिकित्सा देखभाल की तत्काल आवश्यकता है।उनका स्वास्थ्य गंभीर रूप से बिगड़ रहा है। नवंबर 2021 में उनकी दिल की सर्जरी भी हुई थी।हाथरस … Read more

गौरी लंकेश: एक क़लम सच्चाई व इंसाफ़ का, जिसे तोड़ दिया गया दक्षिणपंथियों द्वारा

इमरान अहमद: छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद उसने कलम उठाई थी सच के लिए, उसने बात की थी सच के लिए। लेकिन इस दौर में यही जुर्म हो गया। हत्यारों ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश के शरीर पर तीन गोलियां दाग दीं। कलम चलाने वाली महिला पत्रकार गौरी लंकेश का कसूर था कि … Read more

हज़रत मुहम्मद सब से महान अध्यापक व मानव अधिकार के महान रक्षक

मुहम्मद फ़ैज़ान : छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद “प्यारे भाइयो! मैं जो कुछ कहूँ, ध्यान से सुनो. ऐ इंसानो! तुम्हारा रब एक है. अल्लाह की किताब और उसके रसूल स. की सुन्नत को मज़बूती से पकड़े रहना. लोगों की जान-माल और इज़्ज़त का ख्याल रखना, ना तुम लोगो पर ज़ुल्म करो, ना क़यामत … Read more

04 सितंबर: देश में दंगो का सिलसिला शुरु करने वाला नागपूर दंगा और आरएसएस

इमरान अहमद: छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद 1920 के दशक में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच आपसी विश्वास कम हो गया था, और भारत के कई शहरों में अक्सर दंगे देखे जाते थे। 1923 में भारत में ग्यारह दंगे हुए, 1924 में अठारह दंगे हुए, 1925 में सोलह दंगे हुए और 1926 … Read more

1923 और 1927 से आ जतक: दंगों व ब्लास्ट की कहानी

मिस्बाह ज़फ़र: छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद 1927 के नागपुर दंगे 1920 के दशक के दौरान ब्रिटिश भारत के विभिन्न शहरों में हुए दंगों की सिरीज़ का हिस्सा था। दंगे 4 सितंबर 1927 को हुए थे। उस दिन, महालक्ष्मी के लिए एक जुलूस था, जिसे मुसलमानों ने महल पड़ोस में आने पर रोक … Read more

बिहार में हो सकता है रणवीर सेना और अमीर दास आयोग पर चर्चा शुरू

मुहम्मद फ़ैज़ान: छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद बिहार में नए सरकार का गठन हो चुका है, नीतीश कुमार ही फिर से मुख्यमंत्री बने हैं लेकिन इस बार गठबंधन के सहयोगी बदल गए हैं. नीतीश कुमार अब महागठबंधन में हैं और राजद, कांग्रेंस और हम और माले उनकी सहयोगी. नीतीश कुमार और राजद के … Read more

अटल जी कितने ‘सेक्युलर’?

मुहम्मद फ़ैज़ान: छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद आज अटल जी की पुण्य तिथि है. उनके बारे में अक्सर कहा जाता है कि संघ के साथ जुड़ाव और भाजपा में रहने के बावजूद भी उनका हिन्दूत्व सॉफ़्ट था. लेकिन क्या उनका हिन्दूत्व सॉफ़्ट् था या वक्त की ज़रूरत के हिसाब से उग्र हिन्दूत्व के … Read more

भारत की आज़ादी में मदरसों व ख़ानक़ाहों का योगदान इमरान अहमद: छात्र पत्रकारिता सह जनसंचार विभाग मानू हैदराबाद

15 अगस्त को हमारा देश अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस यानी यौमे आज़ादी मनाने जा रहा है. 15 अगस्त ही वह दिन है जब हमें अग्रेजों से आजादी मिली थी, इसी दिन 1947 को भारत से ब्रिटिश हुकूमत का खात्मा हुआ, और आज़ाद हिंदुस्तान की स्थापना हुई थी, लगभग 100 साल ईस्ट इंडिया कंपनी और लगभग … Read more