इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
अब हाईवे और एक्सप्रेसवे पर सफर करना और भी आसान होने जा रहा है। टोल प्लाजा पर रुकने की झंझट जल्द ही खत्म होने वाली है। केंद्र सरकार एक नई टोल पॉलिसी लागू करने जा रही है, जिससे यात्रियों को टोल टैक्स से काफी राहत मिलेगी। नई व्यवस्था के तहत 3000 रुपये में सालभर के लिए टोल-फ्री यात्रा संभव हो सकेगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 14 अप्रैल 2025 को एक कार्यक्रम में इस योजना की झलक पेश की। उन्होंने बताया कि देशभर में फिजिकल टोल बूथ को हटाया जाएगा और एक सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके जरिए गाड़ियों की नंबर प्लेट को ट्रैक कर अपने आप टोल चार्ज काट लिया जाएगा।
क्या है नया टोल सिस्टम?
नई टोल पॉलिसी के तहत अब किलोमीटर बेस्ड टोल चार्जिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। यानी जितना चलेंगे, उतना ही टोल देना होगा। इसके साथ ही सरकार एनुअल टोल पास की सुविधा शुरू करने जा रही है। यदि आप अपने फास्टैग को 3000 रुपये से एक बार रिचार्ज करवा लेते हैं, तो पूरे साल देशभर के हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स की कोई जरूरत नहीं होगी।
लाइफटाइम पास की भी तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार नई कारों के लिए लाइफटाइम टोल पास योजना पर भी विचार कर रही है। इस योजना के तहत 30,000 रुपये में 15 साल तक टोल फ्री यात्रा की सुविधा मिल सकती है। हालांकि इस प्रस्ताव पर अभी सहमति नहीं बनी है।
टाइम और पैसे दोनों की बचत
नई टोल पॉलिसी लागू होने से न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि लोगों की जेब पर भी टोल टैक्स का बोझ कम होगा। एनुअल फास्टैग पास से रोजाना टोल रुकावट से छुटकारा मिलेगा और सफर ज्यादा सुगम और तेज़ होगा।
कब लागू होगा ये सिस्टम?
सूत्रों के अनुसार, आने वाले 15 दिनों में नई टोल पॉलिसी लागू की जा सकती है। इसका ट्रायल कुछ रूट्स पर शुरू किया जाएगा और फिर देशभर में इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
यदि यह योजना सफल होती है, तो भारत का टोल सिस्टम दुनिया के सबसे अत्याधुनिक टोल सिस्टम्स में गिना जाएगा। आने वाले दिनों में यात्रियों के लिए सफर सिर्फ रफ्तार से नहीं, बल्कि राहत से भी भरा होगा।