
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के धामपुर में एक हिंदू युवक का धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इस मामले में जबरन धर्म परिवर्तन के आरोपों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों और आरोपियों का दावा है कि यह मामला सहमति से हुई शादी का है, जिसे बेवजह विवादित बनाया जा रहा है।
क्या है मामला?
धामपुर निवासी जसवंत सिंह ने रविवार को शिकायत दर्ज कराई कि उनके बेटे मुकुल सिंह को एक मुस्लिम लड़की साइमा और उसके परिवार ने जबरन मदरसे में ले जाकर धर्म परिवर्तन कराया और फिर निकाह करवाया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने साइमा, उसके माता-पिता, और दो मौलवियों को गिरफ्तार कर लिया।
दूसरी ओर क्या हैं दावे?
गिरफ्तार किए गए आरोपियों और युवती के परिवार ने जबरन धर्म परिवर्तन के आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि मुकुल और साइमा लंबे समय से एक-दूसरे को पसंद करते थे। उनका दावा है कि मुकुल ने अपनी मर्जी से इस्लाम अपनाया और शादी की। वकील ने कहा, “यह जबरन धर्म परिवर्तन नहीं, बल्कि सहमति से हुई शादी है। मामले को बेवजह सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।”
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश, 2020 के तहत कार्रवाई की है। हालांकि, आरोपियों के वकील और स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई को एकतरफा और जल्दबाजी में लिया गया कदम बताया।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब धर्म परिवर्तन के मामलों को लेकर विवाद हुआ हो। लेकिन कई बार सहमति से हुए मामलों को भी जबरन धर्म परिवर्तन का रंग दे दिया जाता है।