
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा प्रस्तुत वक्फ बिल पर रिपोर्ट को लेकर देशभर में असंतोष बढ़ रहा है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) ने इस रिपोर्ट को पूर्वाग्रह से ग्रसित और सरकार की विभाजनकारी राजनीति का हिस्सा बताया है। पार्टी का कहना है कि यह रिपोर्ट समिति के सदस्यों की सामूहिक राय और देश के मुस्लिम समुदाय की भावनाओं के अनुरूप नहीं है।
वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और समाज की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए SDPI ने “वक्फ सुरक्षा, समाज की सुरक्षा” नामक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इस अभियान के तहत देशभर में विरोध प्रदर्शन, रैलियां, सार्वजनिक सम्मेलन और सोशल मीडिया अभियानों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, एक बड़े स्तर पर वक्फ सुरक्षा सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें इस बिल के खतरनाक प्रभावों पर चर्चा की जाएगी।
*सरकार पर लगाया पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप
SDPI का कहना है कि JPC की रिपोर्ट से सरकार की वक्फ संपत्तियों को कमजोर करने की मंशा साफ झलकती है। पार्टी के अनुसार, यह सरकार की मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को कमजोर करने की सोची-समझी साजिश का हिस्सा है।
*SDPI ने किया आंदोलन का आह्वान
SDPI ने देशभर के न्यायप्रिय नागरिकों से इस अभियान में शामिल होने की अपील की है। पार्टी ने कहा कि यह सिर्फ मुस्लिम समुदाय का मुद्दा नहीं, बल्कि देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और सामाजिक न्याय की रक्षा से जुड़ा मामला है।
इस मुद्दे पर विस्तृत जानकारी और आगामी आंदोलनों की घोषणाओं के लिए SDPI की आधिकारिक वेबसाइट (www.sdpi.in) और सोशल मीडिया हैंडल्स (fSDPI National, Xsdpofindia) पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।