इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर एक बार फिर चिंता गहराती नजर आ रही है। क्रिश्चियन कलेक्टिव नामक संगठन की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन महीनों में देशभर में ईसाई समुदाय के खिलाफ हिंसा की 245 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इन घटनाओं में गिरिजाघरों पर हमले, प्रार्थना सभाओं में तोड़फोड़, पादरियों और विश्वासी समुदाय के सदस्यों पर मारपीट, और झूठे धर्मांतरण के आरोपों में गिरफ्तारियां शामिल हैं।
सबसे अधिक घटनाएं उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड और हरियाणा से सामने आई हैं। कई मामलों में पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने या पीड़ितों को ही दोषी ठहराने की घटनाएं भी रिपोर्ट की गई हैं।
क्रिश्चियन कलेक्टिव ने केंद्र और राज्य सरकारों से मांग की है कि धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देने वाले संविधान के अनुच्छेद 25 का पालन सुनिश्चित किया जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मानवाधिकार संगठनों और नागरिक समाज से जुड़े कई कार्यकर्ताओं ने इस रिपोर्ट पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा आज एक गंभीर प्रश्न बन चुकी है, जिस पर सरकार को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।