इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
आगरा के ताजगंज क्षेत्र में 23 अप्रैल को 25 वर्षीय मुस्लिम युवक मोहम्मद गुल्फाम की हत्या के मामले में पुलिस ने सोमवार को तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी ने खुद को ‘क्षत्रिय गौ रक्षा दल’ का सदस्य बताया था और हत्या को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले का प्रतिशोध बताया था। हालांकि, पुलिस ने इसे व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम बताया है और आरोपियों के दावों को झूठा करार दिया है।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के अनुसार, गुल्फाम और आरोपियों के बीच शाहिद अली चिकन बिरयानी रेस्टोरेंट में खाने के भुगतान को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद के कारण ही गुल्फाम की हत्या की गई। गिरफ्तार आरोपियों में प्रियंशी यादव (21), शिवम भगेल (20), और मनोज चौधरी (25) शामिल हैं। चौधरी पर पहले से हत्या का आरोप है और वह ‘गौ रक्षा दल’ चलाता है। पुलिस ने कहा कि चौधरी ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर हत्या को पहलगाम हमले का प्रतिशोध बताया था, लेकिन यह वीडियो प्रचार का हिस्सा था।
पुलिस ने बताया कि प्रियंशी और शिवम को एसआईटी टीम के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल घायल हुआ है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों के पास आपराधिक रिकॉर्ड है और वे पहले भी विवादों में रहे हैं।
इस घटना ने आगरा में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।