इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
भोपाल के अयोध्या नगर इलाके में हाल ही में एक विवादास्पद घटना सामने आई है, जहां पुलिस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मिलकर जिमों पर छापेमारी की और मुस्लिम ट्रेनरों और ट्रेनीज़ को प्रतिबंधित करने की कोशिश की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें सब-इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा जिम मालिक को यह कहते हुए दिख रहे हैं, “कोई मुस्लिम यहां ट्रेनिंग देने या लेने नहीं आएगा।”
इस वीडियो के सामने आने के बाद, भोपाल पुलिस ने सब-इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा को सक्रिय ड्यूटी से हटाकर पुलिस लाइन में अटैच कर दिया है। अतिरिक्त डीसीपी महावीर सिंह ने बताया कि इस मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है।
भोपाल के बीजेपी सांसद आलोक शर्मा ने इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि वे शहर के उन जिमों की सूची तैयार कर रहे हैं जहां मुस्लिम ट्रेनर कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महिला ग्राहकों को केवल महिला ट्रेनर ही प्रशिक्षण दें।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने हाल ही में भोपाल और इंदौर के जिमों और कोचिंग सेंटरों पर छापेमारी की है, जिसमें वे मुस्लिम कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच कर रहे हैं। इन कार्यकर्ताओं का दावा है कि वे ‘लव जिहाद’ के मामलों को रोकने के लिए यह अभियान चला रहे हैं।
मानवाधिकार संगठनों और नागरिक समाज के सदस्यों ने इस घटना की तीव्र निंदा की है। उनका कहना है कि यह कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 का उल्लंघन है, जो सभी नागरिकों को समानता और भेदभाव से मुक्ति का अधिकार देता है।