इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक वृद्ध मुस्लिम नागरिक पीर मोहम्मद के साथ कथित रूप से सांप्रदायिक दुर्व्यवहार और अभद्रता का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, पीर मोहम्मद को एक व्यक्ति ने बिना किसी ठोस सबूत के गोमांस ले जाने का झूठा आरोप लगाकर सार्वजनिक रूप से अपमानित किया और धार्मिक आधार पर गालियां दीं। यह घटना डोडा के बाजार क्षेत्र के समीप हुई।
पीर मोहम्मद के परिवार ने बताया कि घटना के समय वह सामान्य तरीके से अपनी दिनचर्या पूरी कर रहे थे, लेकिन आरोपित व्यक्ति ने उन्हें रोककर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उनकी धार्मिक पहचान को निशाना बनाकर उन्हें धमकाया। पीर मोहम्मद का कहना है कि उन्हें इस तरह के अपमान का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें मानसिक रूप से गहरा आघात लगा है।
स्थानीय मुस्लिम समुदाय इस घटना से गहरे आहत और चिंतित है। कई समुदायिक नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से तत्काल न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं सामाजिक सद्भाव और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा हैं।
पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा है कि शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
विश्लेषकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में ऐसी सांप्रदायिक घटनाएं शांति और सौहार्द्र को कमजोर करती हैं। इसलिए सभी पक्षों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
यह मामला उस समय सामने आया है जब पूरे देश में धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक एकता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि धार्मिक पहचान के आधार पर भेदभाव और हिंसा को रोकने के लिए और क्या कदम उठाने की जरूरत है।