इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बुलंदशहर के ककोड़ थाना क्षेत्र के वैर बादशाहपुर गांव में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 32 वर्षीय आसिफ़ के रूप में हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी के गांव के ही युवक सालिम के साथ अवैध संबंध थे और दोनों ने मिलकर आसिफ़ को लंबे समय से मानसिक व शारीरिक यातना दी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।
पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर पत्नी, सालिम और एक अन्य युवक शाहरुख के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एफआईआर के अनुसार, सालिम मृतक की पत्नी को नशीली गोलियां देता था, जिन्हें वह अपने पति को खिला देती थी। इसके बाद नशे की हालत में आसिफ़ के हाथ-पैर बांध दिए जाते थे और उसकी पत्नी उसके सामने ही सालिम के साथ शारीरिक संबंध बनाती थी।
परिजनों का दावा है कि आत्महत्या से चार दिन पहले आसिफ़ ने अपने बड़े भाई को इस अमानवीय व्यवहार की जानकारी दी थी और कहा था कि वह अब इसे और सहन नहीं कर सकता।
ककोड़ थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के परिजनों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच कर रही है, जिसमें मृतक का मोबाइल फोन, कॉल रिकॉर्ड्स और सोशल मीडिया गतिविधियाँ शामिल हैं।
इस घटना ने एक बार फिर मानसिक प्रताड़ना को लेकर समाज में चर्चा छेड़ दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू जीवन में हो रही मानसिक हिंसा भी उतनी ही घातक हो सकती है जितनी शारीरिक हिंसा।
मनोचिकित्सक डॉ. शकील अहमद के अनुसार, “अक्सर मानसिक पीड़ा का आकलन नहीं किया जाता, लेकिन यह धीरे-धीरे व्यक्ति को भीतर से तोड़ देती है। यदि समय रहते मदद न मिले, तो पीड़ित आत्मघाती कदम उठा सकता है।”
पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है और आरोपियों को जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है। वहीं ग्रामीणों के बीच इस घटना को लेकर आक्रोश और संवेदना दोनों देखी जा रही हैं।