
इंसाफ टाइम्स
पूर्वी चंपारण जिले के चकिया प्रखंड स्थित एक सरकारी विद्यालय में पानी की टंकी में जहर घोलने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया, हालांकि गनीमत रही कि किसी भी विद्यार्थी ने पानी नहीं पिया।
घटना चकिया प्रखंड के कोयला बेलवा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रेमनारायण ने बताया कि सोमवार सुबह जब विद्यालय खोला गया, तो कार्यालय में बैठे हुए उन्होंने तेज गंध महसूस की। यह गंध रसोईघर के पास से आ रही थी। गंध के बारे में शिक्षकों से चर्चा करने के बाद, टंकी की जांच की गई तो सल्फास का एक रैपर मिला। इसके बाद प्रधानाध्यापक ने पानी की जांच की, तो उसमें भी गंध आई। टंकी की गंध से यह साफ हो गया कि सल्फास जहर को पानी में मिलाया गया था।
प्रधानाध्यापक ने तुरंत विद्यार्थियों को पानी न पीने की सलाह दी और मध्याह्न भोजन रुकवाया। इसके बाद, पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों को सूचित किया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस और स्थानीय अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पानी टंकी की जांच में दस ग्राम सल्फास का रैपर बरामद हुआ। इसके बाद, टंकी का पानी बहाकर उसे खाली किया गया और मामले की जांच शुरू कर दी गई। प्रधानाध्यापक ने अज्ञात लोगों के खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया है।
डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से एक बार फिर यह सवाल उठता है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर क्या और कितनी जिम्मेदारी निभाई जा रही है। पुलिस द्वारा जल्द से जल्द मामले का समाधान न किए जाने पर, यह सवाल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।