
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
भागलपुर हवाई अड्डे पर 29 जनवरी को पत्रकारों के साथ बदसलूकी और मारपीट मामले में लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहे JDU सांसद अजय मंडल ने आखिरकार माफी मांग ली है। रविवार को उन्होंने मायागंज अस्पताल जाकर घायल पत्रकारों से मुलाकात की और खेद जताया। सांसद ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी।
*अस्पताल में जाकर पीड़ितों से की मुलाकात
सांसद अजय मंडल पर पत्रकार कुणाल शेखर और सुमित कुमार के साथ मारपीट और गाली-गलौज करने के गंभीर आरोप लगे थे। इस घटना के बाद पत्रकार संगठनों, विपक्षी दलों और यहां तक कि बीजेपी के नेताओं ने भी सांसद की कड़ी आलोचना की थी। लगातार दबाव बढ़ने के बाद अजय मंडल ने घायल पत्रकारों से मुलाकात की और अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी।
पीड़ित पत्रकार सुमित कुमार ने बताया, “सांसद अजय मंडल हमसे मिलने आए और आश्वासन दिया कि अब ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी। उन्होंने यह भी भरोसा दिया कि हमारा इलाज दिल्ली AIIMS में कराया जाएगा।”
वहीं, पत्रकार कुणाल शेखर ने कहा, “सांसद ने हमसे माफी मांगी और यह भी कहा कि जो चार लोग उस दिन उनके साथ थे, वे आगे उनके साथ नहीं दिखेंगे।
*सांसद ने सवालों से किया किनारा
अस्पताल से बाहर निकलने के बाद जब मीडिया ने सांसद से घटना पर सवाल किए, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से परहेज किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अपनी गलती स्वीकार करते हैं, तो उन्होंने टालते हुए कहा, “एक घर में बर्तन होते हैं तो आवाज आती ही है।”
इसके अलावा, सांसद ने पहले पत्रकारों पर बॉडीगार्ड का हथियार छीनने का जो आरोप लगाया था, उस पर भी कोई ठोस जवाब नहीं दिया। जब मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछने की कोशिश की, तो उनके समर्थकों ने पत्रकारों से धक्का-मुक्की शुरू कर दी और सवाल पूछने में बाधा डाली।
*क्या सांसद की माफी काफी है?
सांसद अजय मंडल ने यह वादा किया है कि पत्रकारों के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद वे उनके घर जाकर भी बातचीत करेंगे। हालांकि, इस घटना के बाद मीडिया जगत और राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठ रहा है कि क्या सांसद की माफी पर्याप्त है, या फिर इस मामले में और कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए?