
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर मुस्लिम समुदाय में विरोध बढ़ता जा रहा है। इस विधेयक को वक्फ संपत्तियों और अल्पसंख्यक समुदाय के संवैधानिक अधिकारों पर हमले के रूप में देखा जा रहा है। इसी संदर्भ में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने बिहार के पूर्णिया में 20 फरवरी 2025 को एक विशाल जनसभा का आयोजन करने का निर्णय लिया है।
यह जनसभा दोपहर 12 बजे रंगभूमि मैदान में आयोजित की जाएगी। एसडीपीआई ने इसे “वक्फ की सुरक्षा, समाज की सुरक्षा” अभियान का अहम हिस्सा बताया है और उम्मीद जताई है कि यह कार्यक्रम बिहार में इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने और समर्थन जुटाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
*वक्फ विधेयक: क्यों है विरोध?
वक्फ संपत्तियां मुस्लिम समुदाय के धार्मिक और सामाजिक कल्याण के लिए दान की गई जमीन और संपत्तियां हैं। एसडीपीआई का कहना है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण बढ़ाने और उनके पवित्र उद्देश्य को कमजोर करने का प्रयास है।
विधेयक के मुख्य विवादास्पद प्रावधान:
1.वक्फ संपत्तियों का पुनः पंजीकरण: इससे वक्फ संपत्तियों के अधिकार कमजोर हो सकते हैं।
2.वक्फ बोर्ड में गैर-मुसलमानों की नियुक्ति: यह बोर्ड की स्वतंत्रता पर खतरा है।
3.वक्फ ट्रिब्यूनल का खात्मा: वक्फ संपत्तियों से जुड़े विवादों में न्याय पाने की प्रक्रिया को बाधित करेगा।
4.जिला कलेक्टर को न्यायिक अधिकार: प्रशासनिक हस्तक्षेप बढ़ने का खतरा।
एसडीपीआई ने इसे मुस्लिम समुदाय के अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला करार दिया है।
*पूर्णिया की जनसभा: क्या है महत्व?
एसडीपीआई ने बिहार के हर नागरिक से इस जनसभा में शामिल होने की अपील की है। पार्टी का कहना है कि यह केवल मुस्लिम समुदाय का नहीं, बल्कि देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और सामाजिक न्याय की रक्षा का मुद्दा है।
एसडीपीआई के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. आफताब आलम ने कहा, “वक्फ संपत्तियां अल्लाह की अमानत हैं और इन्हें बचाना हमारी जिम्मेदारी है। यह विधेयक केवल वक्फ संपत्तियों का सवाल नहीं है, बल्कि हमारे संवैधानिक अधिकारों पर भी हमला है। हमें इस साजिश का एकजुट होकर विरोध करना होगा।”
*बैठक में बनी रणनीति
एसडीपीआई बिहार की स्टेट वर्किंग कमेटी (एसडब्ल्यूसी) की हाल ही में पूर्णिया में बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इलियास तुमबे, बिहार प्रभारी डॉ. महबूब, झारखंड प्रभारी अब्दुस सलाम और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक में राज्यभर में जनजागरण अभियान और विरोध प्रदर्शनों की योजना बनाई गई।
नेताओं ने कहा कि यह विधेयक न केवल वक्फ संपत्तियों के अधिकारों को सीमित करता है, बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय के संवैधानिक अधिकारों को भी चोट पहुंचाता है।
*20 फरवरी को रंगभूमि मैदान में जुटें हजारों लोग
एसडीपीआई ने घोषणा की है कि 20 फरवरी को आयोजित इस जनसभा में पार्टी के शीर्ष नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आम लोग शामिल होंगे। पार्टी इसे वक्फ संपत्तियों की रक्षा और संविधान विरोधी विधेयक के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने का अवसर मानती है।
*कार्यक्रम का विवरण:
-तिथि: 20 फरवरी 2025, गुरुवार
-समय:दोपहर 12 बजे
-स्थान: रंगभूमि मैदान, पूर्णिया, बिहार
*एसडीपीआई का आह्वान
एसडीपीआई ने इस जनसभा को “वक्फ की सुरक्षा, समाज की सुरक्षा” आंदोलन का अहम हिस्सा बताया है। पार्टी ने सभी नागरिकों से इस जनसभा में भाग लेने और वक्फ संपत्तियों की रक्षा के इस अभियान को सफल बनाने की अपील की है।
*आधिकारिक जानकारी के लिए सोशल मीडिया अकाउंट्स जारी
आने वाले दिनों में और अधिक जानकारी के लिए एसडीपीआई ने आधिकारिक वेबसाइट (www.sdpi.in) और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (Facebook: SDPI National, Twitter: @sdpofindia) पर नजर बनाए रखने की अपील किया है
इंसाफ़ टाइम्स, बिहार ब्यूरो