
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इसे मुसलमानों की धार्मिक संपत्तियों पर हमला बताते हुए खारिज कर दिया है। साथ ही, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) ने इस विधेयक के विरोध में देश के सैकड़ों जिलों में विशाल प्रदर्शन किए।
AIMPLB के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह विधेयक मुसलमानों को मस्जिदों, मदरसों और कब्रिस्तानों की संपत्तियों से वंचित करने की साजिश है। अगर यह विधेयक संसद से पारित होता है, तो हम इसके खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे।” उन्होंने सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
*SDPI ने किया देशव्यापी प्रदर्शन
SDPI ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ बीदर, गुलबर्गा, रायचूर (कर्नाटक), कोल्लम, अलप्पुझा (केरल), औरंगाबाद,मुंबई (महाराष्ट्र), कटिहार, पूर्णिया (बिहार), मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल), और दिल्ली सहित देश के सैकड़ों जिलों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए।
SDPI के नेताओं ने कहा, “यह विधेयक केवल मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि सभी धार्मिक समुदायों की संपत्तियों के लिए खतरा है। हम इसे किसी भी हालत में लागू नहीं होने देंगे।”
*AIMPLB का सख्त संदेश:
AIMPLB ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर यह विधेयक संसद में पारित होता है, तो इसका कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से कड़ा विरोध किया जाएगा। मौलाना सैय्यद अरशद मदनी और मौलाना मोहम्मद फजलुर्रहीम मुजदिद्दी ने भी इस विधेयक को “संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ” बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
*आंदोलन की व्यापकता:
यह विधेयक भारतीय मुसलमानों के बीच बड़े पैमाने पर चिंता का कारण बन गया है। AIMPLB और SDPI व दूसरी राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने देश के हर कोने में विरोध प्रदर्शन तेज करने का आह्वान किया है। इन आंदोलनों में बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा, और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं।
आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी बड़े विरोध प्रदर्शन होने की संभावना है। AIMPLB ने इसे देशभर में एक व्यापक आंदोलन में बदलने का ऐलान किया है।