
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के धमरावली गांव में दलित दूल्हे की बारात पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। यह घटना गुरुवार रात की है, जब बारात ऊंची जाति के मोहल्ले से गुजर रही थी और डीजे बजाने को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ। आरोप है कि ठाकुर समुदाय के लोगों ने लाठी और पत्थरों से बारात पर हमला किया, जिससे लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और शुक्रवार शाम तक उन्हें छुट्टी दे दी गई।
पुलिस ने इस मामले में 29 नामजद और लगभग 50 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घटना के तुरंत बाद एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन पुलिस की कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया जा रहा है। बुलंदशहर के भाजपा सांसद और पार्टी के दलित एवं पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव भोला सिंह के हस्तक्षेप के बाद मामले ने तूल पकड़ा। उन्होंने इस घटना की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय, पार्टी मुख्यालय (लखनऊ) और मुख्यमंत्री कार्यालय को दी। सिंह ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, और जो लोग जातिवादी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।”
बुलंदशहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रिजुल शर्मा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आठ पुलिस टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा, “कई आरोपी गाँव से फरार हो गए हैं, लेकिन हम जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।”
इस घटना ने उत्तर प्रदेश में जातिगत तनाव को एक बार फिर उजागर कर दिया है, जिससे सामाजिक सद्भाव और कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। प्रशासन ने सभी आरोपियों के खिलाफ त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है।