
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड के डुमरांव गांव में बुधवार सुबह महाशिवरात्रि समारोह के दौरान मदरसे के पास स्पीकर लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच तनावपूर्ण झड़प छिड़ गई। इस हिंसक घटना में तीन मोटरसाइकिल और एक कार को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे इलाके में अफरातफरी फैल गई।
*झड़प की शुरुआत
घटना की शुरुआत तब हुई जब महाशिवरात्रि के जश्न के सिलसिले में डुमरांव गांव में एक मदरसे के पास लाउडस्पीकर लगाने का निर्णय लिया गया। दोनों समुदायों के सदस्यों के बीच इस फैसले को लेकर मतभेद उत्पन्न हुए। जैसे ही एक समूह ने स्पीकर लगाने की कोशिश की, दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई। पहले केवल बहस तक सीमित रही बात जल्द ही पथराव में बदल गई।
*हिंसा में वृद्धि
मौके पर पहुंची घटनास्थल की स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण हो गई। झड़प तेज़ी से फैल गई और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पत्थर-ईंट फेंकने शुरू कर दिए। इस दौरान तीन मोटरसाइकिलों और एक कार को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा के कारण कुछ दुकानों में भी आग लगने की सूचना मिली, जिससे स्थानीय व्यापारियों में दहशत का माहौल छा गया।
*पुलिस और प्रशासन की तैनाती
घटना की सूचना मिलते ही इचाक थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल भेज दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौके पर उपस्थित सुरक्षा दल ने झड़प को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। इलाक़े में तत्काल curfew (निषेधाज्ञा) भी लगा दी गई है, जिसके अंतर्गत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की पहचान कर उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
*स्थानीय प्रतिक्रिया एवं प्रशासन की अपील
इस घटना ने डुमरांव गांव समेत पूरे हजारीबाग जिले में चिंता की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय निवासियों ने शांतिपूर्ण माहौल की वापसी के लिए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने भी लोगों से अपील की है कि वे महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार के उकसावे से बचें।
इस घटना ने एक बार फिर दर्शा दिया कि धार्मिक आयोजनों के दौरान आपसी सहमति और संवाद बनाए रखना कितना आवश्यक है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और आगे से ऐसी हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी।