इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
हरियाणा के पलवल जिले में गोतस्करी के संदेह में कथित गोरक्षकों द्वारा एक ट्रक चालक और उसके सहयोगी का अपहरण कर उनकी बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है, जिसमें सहयोगी की मौत हो गई।
घटना का विवरण
22 फरवरी की रात राजस्थान के गंगानगर निवासी ट्रक चालक बालकिशन और उसका सहयोगी संदीप दो मवेशियों को लेकर लखनऊ जा रहे थे। रास्ता भटकने के कारण वे पलवल पहुंचे, जहां मोटरसाइकिल सवार कथित गोरक्षकों ने उन्हें गोतस्करी के शक में रोका। आरोपियों ने लाठियों, तलवारों और हथौड़ों से उनकी बर्बरतापूर्वक पिटाई की, जिससे उनके शरीर में गंभीर चोटें आईं।
नहर में फेंकने की घटना
पिटाई के बाद, आरोपियों ने यह सोचकर कि दोनों मर चुके हैं, उन्हें गुड़गांव के सोहना की एक नहर में फेंक दिया। बालकिशन किसी तरह तैरकर बाहर निकलने में सफल रहा और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। संदीप का शव घटना के आठ दिन बाद, 2 मार्च को नहर से बरामद किया गया।
पुलिस कार्रवाई
पलवल अपराध जांच शाखा (सीआईए) के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी पंकज, निखिल और देवराज पलवल के निवासी हैं, जबकि पवन गुड़गांव और नरेश नूंह के निवासी हैं। ये सभी एक गो रक्षा संगठन से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रत्येक पर 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।
पूर्व की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब हरियाणा में गोरक्षकों द्वारा इस प्रकार की हिंसा की गई है। करीब छह महीने पहले फरीदाबाद में एक किशोर और उसके दोस्तों को पांच लोगों ने कई किलोमीटर तक पीछा किया था, जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी।
न्याय की मांग
इस घटना ने राज्य में गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहा है, जबकि समाज में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।