इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
मेरठ के छावनी क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के आरोप में हिंदू संगठन के नेता सचिन सिरोही और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सचिन सिरोही, जो स्वयं को अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हैं, ने सोमवार को अपने साथियों के साथ मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, धर्म विरोधी नारे लगाए, हनुमान चालीसा का पाठ किया, और मस्जिद को गिराने की धमकी दी।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और राहगीरों में अफरा-तफरी मच गई, जिससे रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले लोगों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। मस्जिद के मुतवल्ली तस्कीन सलमानी समेत मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने सचिन सिरोही और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय सहिंता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। मस्जिद की वैधता के संबंध में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस पर निर्णय अदालत द्वारा ही लिया जा सकता है।
इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के एक प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा से मुलाकात की और सिरोही के खिलाफ यूएपीए के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना मेरठ में सांप्रदायिक सौहार्द्र और कानून-व्यवस्था को चुनौती देती है। स्थानीय प्रशासन और समुदायों के बीच संवाद और सहयोग से ही ऐसे तनावपूर्ण स्थितियों का समाधान संभव है।