इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर महागठबंधन ने अपनी रणनीतिक गतिविधियों को तेज कर दिया है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और प्रभारी कृष्णा अल्लावरु व राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि महागठबंधन पूरी मजबूती से चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “हमारी बैठक सकारात्मक रही। हम 17 अप्रैल को पटना में एक और बैठक करेंगे, जिसमें सीट बंटवारे और चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी।”
मुख्यमंत्री चेहरे पर अभी सहमति नहीं
बैठक में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर भी चर्चा हुई। हालांकि, तेजस्वी यादव ने इस पर स्पष्ट जवाब देने से परहेज किया और कहा, “आप लोग चिंतित मत होइए। हम लोग आपस में बैठकर यह तय कर लेंगे।” वहीं, कांग्रेस की ओर से भी अभी तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर सहमति नहीं बनी है। कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि इस मुद्दे पर निर्णय उचित समय पर लिया जाएगा।
17 अप्रैल को पटना में होगी निर्णायक बैठक
महागठबंधन की अगली बैठक 17 अप्रैल को पटना में आयोजित की जाएगी, जिसमें राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले सहित अन्य सहयोगी दलों के नेता शामिल होंगे। इस बैठक में सीट बंटवारे, साझा चुनाव प्रचार और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।
महागठबंधन की एकजुटता पर जोर
बैठक में सभी नेताओं ने महागठबंधन की एकजुटता पर जोर दिया और कहा कि आगामी चुनाव में एनडीए को हराने के लिए सभी दल मिलकर काम करेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार में एक मजबूत और विकासोन्मुख सरकार बनाना है, जो जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतरे।”