इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार की राजधानी पटना में बनी 3831 करोड़ रुपये की लागत से तैयार JP गंगा पथ पुल में एक दरार सामने आई है, जो बेहद चौंकाने वाली घटना है। इस पुल का उद्घाटन महज 2 दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। पुल के उद्घाटन के बाद इस दरार की खबर ने स्थानीय प्रशासन और जनता को हैरान कर दिया है।
पुल में आई दरार, विशेषज्ञों में हड़कंप
बताया जा रहा है कि यह दरार गंगा पथ पुल के उस हिस्से में आई है, जिसे हाल ही में ट्रैफिक के लिए खोला गया था। पुल में आई इस दरार के कारण सुरक्षा संबंधी सवाल खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पुल के निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री और निर्माण प्रक्रिया की जांच की जानी चाहिए।
उद्घाटन के महज दो दिन बाद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 12 अप्रैल 2025 को JP गंगा पथ पुल का उद्घाटन किया था। इस पुल का निर्माण गंगा नदी के पार सुगम यातायात की सुविधा प्रदान करने के लिए किया गया था। उद्घाटन के बाद पुल की सुरक्षा और संरचना को लेकर जनता में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आई थीं, लेकिन अब इस दरार ने सभी को चौंका दिया है।
क्या है प्रशासन की प्रतिक्रिया?
स्थानीय प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया है और पुल की जांच का आदेश दिया है। बिहार स्टेट पुल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों का कहना है कि वे पुल की मरम्मत और दरार की वजह की जांच कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने फिलहाल पुल को यातायात के लिए बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया है।
क्या कहा नीतीश कुमार ने?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “पुल का उद्घाटन हुआ था, लेकिन अब जो समस्या सामने आई है, उसे गंभीरता से लिया जाएगा। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
सवालों के घेरे में पुल निर्माण
इस घटना ने बिहार में बुनियादी ढांचे के निर्माण में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं। कई लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी लागत पर बने पुल में दरार आना राज्य सरकार और निर्माण कंपनी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता है।