इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा वक़्फ़ क़ानून में केंद्र सरकार की ओर से की गई विवादित संशोधनों के ख़िलाफ़ 22 अप्रैल 2025 को दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में एक बड़ी “तहफ़्फ़ुज़-ए-औक़ाफ़ कॉन्फ़्रेंस” का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ‘तहफ़्फ़ुज़-ए-औक़ाफ़ कारवां’ की शुरुआत का प्रतीक होगा, जो देश के विभिन्न राज्यों, ज़िलों और शहरों से होता हुआ 7 जुलाई को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में एक विशाल जनसभा के साथ समाप्त होगा।
कॉन्फ़्रेंस की सदारत ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना ख़ालिद सैफ़ुल्लाह रहमानी करेंगे। इस मौक़े पर देश भर से दीनी समाजी, सियासी लीडर्स की भागीदारी रहेगी। महिलाओं के लिए भी विशेष प्रबंध किया गया है।
मुख्य वक्ताओं में होंगे
मौलाना ख़ालिद सैफ़ुल्लाह रहमानी
मौलाना सैयद अरशद मदनी
मौलाना उबैदुल्लाह ख़ान आज़मी
मौलाना फ़ज़लुर्रहीम मुजद्दिदी
जनाब सईद सादतुल्लाह हुसैनी (अमीर जमाअत-ए-इस्लामी हिंद)
मौलाना असगर इमाम मेंहदी सल्फी
मौलाना सैयद महमूद असअद मदनी
डॉक्टर क़ासिम रसूल इलयास
मौलाना मोहम्मद अली मोहसिन तक़वी
तहरीक़ के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं
मुस्लिम समुदाय को इन संशोधनों की असलियत और उनके पीछे छिपे सांप्रदायिक एजेंडे से अवगत कराना।
वक़्फ़ संपत्तियों की हिफ़ाज़त और शरीयत के दायरे में उनके इस्तेमाल को सुनिश्चित करना।
संविधान व अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए न्यायिक लड़ाई।
देश के बहुसंख्यक नागरिकों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को साथ लेकर व्यापक जन जागरूकता अभियान।
इस तहरीक़ के तहत दिल्ली के अलावा देश भर के प्रमुख शहरों में दिग्गज धार्मिक नेताओं, बुद्धिजीवियों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों की भागीदारी से कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में जनसभा, प्रेस कॉन्फ़्रेंस, राउंड टेबल मीटिंग्स, धरना-प्रदर्शन और मेमोरेंडम सौंपने जैसे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक कदम शामिल होंगे।