इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच एनडीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान तेज हो गई है। हाल ही में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में चिराग पासवान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, “अब कोई अभिनेता बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बनेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सोने का चम्मच लेकर मां-बाप के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, जनता वैसे लोगों से मुक्ति चाहती है।
वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने स्पष्ट किया है कि एनडीए आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा, और चुनाव परिणामों के बाद नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि 2030 में वे खुद विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे और पार्टी को मजबूत स्थिति में पहुंचाएंगे। उन्होंने बिहार में पलायन रोकने के लिए शिक्षा, उद्योग और बुनियादी ढांचे पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।
एनडीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर इस तरह की बयानबाजी से गठबंधन के भीतर मतभेदों की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि, चिराग पासवान ने यह स्पष्ट किया है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए के साथ हैं, लेकिन नीतीश कुमार की नीतियों से उनका विरोध था और आगे भी रहेगा।
बिहार की राजनीति में यह स्थिति आगामी चुनावों में एनडीए की रणनीति और एकजुटता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। देखना होगा कि गठबंधन इन मतभेदों को कैसे सुलझाता है और आगामी चुनावों में किस तरह की रणनीति अपनाता है।