इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद देशभर में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस हमले की तीव्र निंदा करते हुए Combined Movement for the Constitutional Rights of Minorities (CMCRM) ने इसे न केवल एक अमानवीय कृत्य, बल्कि कश्मीर की सकारात्मक छवि को ध्वस्त करने की साज़िश बताया है।
CMCRM के महासचिव और वरिष्ठ अधिवक्ता शरफुद्दीन अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा “पहलगाम में हुआ यह हमला सिर्फ इंसानों की जान नहीं लेता, बल्कि घाटी की उस सामूहिक सद्भावना और मानवीय भावना पर हमला करता है, जिसे स्थानीय लोगों ने वर्षों में फिर से स्थापित किया है। जब तीर्थयात्री संकट में होते हैं, तो कश्मीरी लोग उनकी मदद के लिए सबसे पहले आगे आते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह हमला कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र पर गहरा आघात है, जो हाल ही में पर्यटकों की सुरक्षा, मेहमाननवाज़ी और शांतिपूर्ण माहौल के लिए सराहा जा रहा था। इस साल बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद थी, जिसे यह हमला बाधित करने का एक सुनियोजित प्रयास है।
CMCRM ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस घटना के दोषियों की पहचान कर उन्हें कठोरतम सज़ा दी जाए। साथ ही, संगठन ने आग्रह किया कि पीड़ित परिवारों को हर संभव राहत दी जाए और उनके शोकसंतप्त परिजनों की देखभाल के लिए विशेष इंतज़ाम किए जाएं।
CMCRM ने देशवासियों से अपील की कि वे इस कठिन समय में एकजुट रहकर शांति, न्याय और मानवता की आवाज़ को बुलंद करें और नफरत व हिंसा की ताक़तों को मुंहतोड़ जवाब दें।