इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
असम पुलिस ने सोशल मीडिया पर कथित भड़काऊ पोस्ट साझा करने के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से अब तक इस मामले में कुल गिरफ्तारियों की संख्या 92 हो गई है। यह जानकारी मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समाज में सौहार्द्र बिगाड़ने वाली किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी। “सोशल मीडिया पर नज़र रखी जा रही है। अगर कोई व्यक्ति समाज को भड़काने की कोशिश करता है या अफवाहें फैलाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी,” शर्मा ने कहा।
असम पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों में अधिकतर युवा हैं जिन्होंने हमले के बाद फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर आपत्तिजनक या उकसाने वाली पोस्ट डाली थीं। इन पर आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद सोशल मीडिया पर देशभर में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली थीं, जिनमें से कुछ पोस्ट्स को सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला बताया गया।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें और किसी भी प्रकार की भ्रामक या भड़काऊ सामग्री को साझा करने से बचें। साथ ही चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।