इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को महिलाओं के लिए बड़ी सौगात दी। राजधानी पटना से उन्होंने 80 नई पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन बसों को विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसी अवसर पर बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) की 1,065 बसों में ई-टिकटिंग प्रणाली की भी शुरुआत की गई।
नई पिंक बसों में 22 आरामदायक सीटें, सीट बेल्ट, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम, आपातकालीन पैनिक बटन, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, मेडिकल किट और सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। सफर को और आरामदायक बनाने के लिए म्यूजिक सिस्टम भी लगाया गया है।
परिवहन मंत्री शीला मंडल के अनुसार, सरकार बड़े पैमाने पर महिला ड्राइवर और कंडक्टर की ट्रेनिंग करवा रही है ताकि सेवा का संचालन पूरी तरह महिलाओं के हाथों में हो। इसका लाभ कामकाजी महिलाओं और कॉलेज जाने वाली छात्राओं को सबसे अधिक मिलेगा।
*किन शहरों और रूटों पर सेवा
पटना: गांधी मैदान से दानापुर, एम्स, महिला कॉलेजों, राजेंद्र नगर और कंकड़बाग तक।
भागलपुर: अलीगंज, नाथनगर और तिलकामांझी तक।
गया: गया जंक्शन से टिकारी और साउथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी तक।
मुजफ्फरपुर व पूर्णिया: प्रमुख बाजारों और कॉलेजों से जुड़ी रूटों पर संचालन।
न्यूनतम किराया 9 रुपये तय किया गया है। साथ ही, महिलाओं के लिए मासिक पास की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा,
“महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। 2005 से हमने साइकिल योजना से लेकर आरक्षण तक कई कदम उठाए हैं। पिंक बस सेवा महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह योजना महिला वोटरों को साधने की नीतीश सरकार की चुनावी रणनीति का हिस्सा भी है।