इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गया रैली के अगले ही दिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार विधानसभा चुनाव अभियान का बिगुल फूंक दिया। पार्टी ने 7-7 नेताओं की 14 टीमें गठित की हैं, जो पहले दो चरणों के 84 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगी। इसमें एनडीए के घटक दलों—जेडीयू, हम और अन्य सहयोगियों के नेताओं को भी शामिल किया गया है।
पहली टीम का नेतृत्व जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, जीतन राम मांझी, नित्यानंद राय, सतीश चंद्र दुबे और रामनाथ ठाकुर इसमें शामिल हैं। बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री—सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा—भी अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
‘टीम 98’ की रणनीति
भाजपा ने “टीम 98” नाम से विशेष रणनीति तैयार की है। इसका उद्देश्य विपक्षी इंडिया ब्लॉक की “वोटर अधिकार यात्रा” का जवाब देना और एनडीए की उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाना है। टीम 98 विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन, संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस और प्रचार अभियानों के माध्यम से विपक्ष पर सीधा हमला बोलेगी।
भ्रष्टाचार और कुप्रशासन पर फोकस
पार्टी का मुख्य जोर विपक्ष को भ्रष्टाचार और कुप्रशासन के मुद्दे पर घेरने पर होगा। भाजपा “डबल इंजन सरकार” की विकास परियोजनाओं को जनता के बीच प्रचारित करेगी। औंटा-सिमरिया गंगा पुल, बक्सर थर्मल पावर प्लांट और अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन जैसी परियोजनाओं को बड़ी उपलब्धियों के रूप में सामने लाया जाएगा।
भाजपा का दावा है कि केंद्र सरकार की नीतियों से बिहार में “रिवर्स माइग्रेशन” शुरू हुआ है और युवाओं को रोजगार के लिए अब बाहर पलायन करने की ज़रूरत कम हो रही है। प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के तहत निजी क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की सहायता भी दी जा रही है।
सांस्कृतिक मुद्दे भी एजेंडे में
पार्टी सांस्कृतिक और धार्मिक मुद्दों को भी चुनावी रणनीति में शामिल कर रही है। सीतामढ़ी में माता जानकी की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की योजना इसका बड़ा उदाहरण है।
पीएम मोदी का हमला
गया रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने 13,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए विपक्ष पर सीधा वार किया। उन्होंने एक नए कानून का जिक्र किया जिसके तहत किसी मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री को गिरफ्तारी के बाद 30 दिन तक जमानत न मिलने पर पद छोड़ना पड़ेगा। मोदी ने राजद और कांग्रेस पर इस कानून का विरोध करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हें “जेल और कुर्सी खोने का डर” है।
सियासी जंग तेज
जहां राहुल गांधी और तेजस्वी यादव “वोटर अधिकार यात्रा” के ज़रिये 20 जिलों में 13,000 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं, वहीं भाजपा और एनडीए “टीम 98” और कार्यकर्ता सम्मेलनों के जरिए अपना संगठन मजबूत कर रहे हैं। आने वाले दिनों में दोनों गठबंधन रैलियों, रोड शो और जनसंपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से चुनावी माहौल को और गरमाने वाले हैं।