इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
राज्य सरकार द्वारा बिहार पुलिस बल को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 28 जून 2025 को राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में एक भव्य समारोह के दौरान बिहार पुलिस के 21,391 नवचयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे।
यह भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2023 में केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) के माध्यम से शुरू की गई थी। इस प्रक्रिया में कुल 17.87 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। अगस्त 2024 में छह चरणों में लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमें 11.95 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए। इसके पश्चात शारीरिक दक्षता परीक्षा दिसंबर 2024 से मार्च 2025 तक संपन्न हुई, और अंततः 9 मई 2025 को अंतिम परिणाम घोषित किया गया।
नवचयनित सिपाहियों में 10,205 पुरुष, 11,178 महिलाएं और 8 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थी शामिल हैं। यह पहली बार है जब किसी पुलिस भर्ती में महिला सिपाहियों की संख्या पुरुषों से अधिक रही है। इसके अतिरिक्त, 30 होमगार्ड और 68 स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रित अभ्यर्थियों का भी चयन किया गया है।
सरकार ने आरक्षण नीति के अनुरूप वर्गीकरण करते हुए सामान्य, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), पिछड़ा वर्ग (OBC), अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC), अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणियों से सिपाहियों का चयन किया है।
इनमें से 19,958 अभ्यर्थियों को बिहार पुलिस में तथा 1,433 को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (BSAP) में तैनाती दी जाएगी। नियुक्त सिपाहियों को एक जून से 30 जून के बीच अपने-अपने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय या संबंधित इकाई में रिपोर्ट करना अनिवार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपने के इस समारोह को लेकर पुलिस मुख्यालय और गृह विभाग ने व्यापक तैयारियां की हैं। समारोह में गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस महानिदेशक, तथा राज्य के अन्य उच्चाधिकारी मौजूद रहेंगे।
राज्य सरकार का मानना है कि यह नई नियुक्ति न केवल प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर देकर सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि आने वाले महीनों में पुलिस बल में और भी भर्तियां की जाएंगी। 2025-26 सत्र के लिए 19,838 सिपाहियों की नई भर्ती प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है। उसकी लिखित परीक्षा 16 जुलाई से 3 अगस्त 2025 के बीच आयोजित की जाएगी, जिसमें 16.73 लाख अभ्यर्थी शामिल होने वाले हैं।
इस नियुक्ति अभियान को राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, जो युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को भी नई मजबूती देगा।