
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने हाल ही में एक बयान में कहा, “पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव मजबूती से लड़ेगी।” उन्होंने महागठबंधन के सहयोगी दलों से अपील की है कि सीटों का बंटवारा सही ढंग से किया जाए, ताकि कांग्रेस को वांछित सीटें मिल सकें।
इससे पहले, कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने भी स्पष्ट किया था कि पार्टी 70 से कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “70 सीट तो हम हर हाल में लेंगे। कांग्रेस को कोई कम आंकने की भूल न करें।”
कांग्रेस के इस रुख से महागठबंधन के भीतर हलचल मच गई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और अन्य सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत में अब नई चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी संकेत दिया है कि यदि सीट बंटवारा सही तरीके से होता है, तो पार्टी 40 से 50 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।
इस बीच, पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने भी कांग्रेस की भूमिका को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस मजबूत है। मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। हम और कन्हैया कुमार हमारे महासचिव के साथ मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे। कांग्रेस महागठबंधन को मजबूत करने आई है। कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका में चुनाव लड़ेगी।”
कांग्रेस के इन बयानों से महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर नई रणनीतियों और समीकरणों की संभावना बढ़ गई है। आगामी दिनों में इस मुद्दे पर महागठबंधन के दलों के बीच गहन चर्चा और संभावित समायोजन देखने को मिल सकते हैं।