इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लौनी क्षेत्र में बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा मुस्लिम मांस विक्रेताओं को पुलिस के सामने धमकी देने का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ गया है। यह घटना स्थानीय मुस्लिम समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही है, खासकर तब जब देशभर में ईद-उल-अजहा का त्योहार आने वाला है।
वायरल वीडियो में विधायक गुर्जर को गुस्से में कहते हुए सुना जा सकता है, “अगर वह भागा तो गोली मार दो,” जब वे एक मांस की दुकान के बाहर मुर्गे का पिंजरा देखते हैं। इसके बाद विधायक एक दुकानदार को जबरदस्ती पुलिस के हवाले करते भी नजर आते हैं। इस पूरी घटना के दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी, लेकिन विधायक के इस कड़े व्यवहार पर कोई रोक-टोक नहीं हुई, जिससे प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि विधायक का यह रवैया न सिर्फ़ अपमानजनक है, बल्कि संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन भी है। एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा “हम अपने रोजगार के लिए मेहनत करते हैं, लेकिन ऐसे धमकाने से डर का माहौल बन गया है।” मुस्लिम समुदाय के कई प्रतिनिधियों ने इस घटना की निंदा करते हुए मामले की स्वतंत्र जांच और विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना न केवल क्षेत्रीय स्तर पर तनाव बढ़ाएगी, बल्कि पूरे देश में धार्मिक सौहार्द्र को भी नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने प्रशासन से उम्मीद जताई है कि वे तुरंत इस मामले में निष्पक्ष और कड़ी कार्रवाई करें ताकि समुदायों के बीच शांति बनी रहे।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब देशभर में ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। किसी भी प्रकार की धार्मिक कट्टरता या हिंसा इस पावन पर्व के माहौल को प्रभावित कर सकती है। इसलिए स्थानीय प्रशासन से कहा जा रहा है कि वे संवेदनशीलता के साथ स्थिति को संभालें और सभी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।