इंसाफ टाइम्स डेस्क
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ सांसद निशिकांत दुबे ने अपने सऊदी अरब दौरे से पहले एक अहम बयान देकर राजनीतिक हलकों में चर्चा छेड़ दी है। उन्होंने कहा, “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता,” और यह भी जोड़ा कि आतंकवाद को किसी खास मजहब या समुदाय से जोड़ना न सिर्फ गलत है बल्कि समाज को बांटने वाला भी।
यह बयान ऐसे समय आया है जब वैश्विक स्तर पर इस्लामोफोबिया और धार्मिक पहचान को लेकर बहस तेज है। दुबे का यह बयान सऊदी अरब दौरे से ठीक पहले आया है, जहां वह भारत-सऊदी रणनीतिक रिश्तों और व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने के मकसद से एक प्रतिनिधिमंडल के साथ यात्रा पर हैं।
निशिकांत दुबे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा “हमारी पार्टी राष्ट्रवाद के सिद्धांत पर चलती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम किसी धर्म के खिलाफ हैं। आतंकवाद को धर्म से जोड़ने की प्रवृत्ति बंद होनी चाहिए।”
उनका यह बयान मुस्लिम समुदाय के बीच सकारात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है, खासकर उस समय जब कई मौकों पर BJP नेताओं पर धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप लगता रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दुबे का यह बयान BJP के सॉफ्ट इमेज बनाने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, खासकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जहां धार्मिक समावेशिता और सहिष्णुता की भूमिका अहम होती है।
सऊदी अरब के साथ भारत के रिश्ते हाल के वर्षों में काफ़ी मजबूत हुए हैं, जिसमें ऊर्जा, निवेश और सुरक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख हैं। दुबे का यह दौरा दोनों देशों के रिश्तों में और मजबूती लाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।