
इंसाफ टाइम्स डेस्क
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना में 30 जनवरी को आयोजित अभ्यर्थियों के प्रदर्शन ने हलचल मचा दी। पुलिस ने इस प्रदर्शन में शामिल 350 अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज कर ली है, और 42 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि प्रदर्शनकारी पटना के इनकम टैक्स गोलंबर से लेकर लोहिया चक्रपथ और वीरचंद पटल पथ तक पहुंचे थे, जहां उन्होंने यातायात को बाधित कर दिया और सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया।
*पुलिसकर्मी को धक्का देकर गिराया
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की, जिसके चलते एक पुलिसकर्मी गिर गया। इस घटना के बाद पुलिस ने कोतवाली थाना में 42 अभ्यर्थियों को डिटेन किया, जिनमें से 37 अभ्यर्थी पटना जिले के बाहर के थे और 5 अभ्यर्थी पटना जिले के थे। पटना जिला प्रशासन के अनुसार, प्रदर्शन के कारण बेली रोड पर जाम लग गया था, जिससे राहगीरों को परेशानी हुई।
कोचिंग संचालकों की सक्रिय भूमिका
पुलिस ने जांच में पाया कि इस प्रदर्शन में दो कोचिंग संचालकों की सक्रिय भूमिका थी। इन संचालकों ने सोशल मीडिया पर टेलीग्राम क्यूआर कोड के जरिए छात्रों को प्रदर्शन के लिए उकसाया। पुलिस ने इन कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। सचिवालय थाना में 350 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और एक कोचिंग संचालक सहित 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से 26 लोग पटना जिले के बाहर के हैं।
पुलिस का बयान
पटना पुलिस ने कहा कि हिरासत में लिए गए छात्रों की पहचान की जा रही है, जिसमें यह पता किया जा रहा है कि इनमें से कितने परीक्षार्थी हैं और कितने गैर-परीक्षार्थी हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पटना पुलिस ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने छात्रों को गुमराह किया और उन्हें प्रदर्शन के लिए उकसाया, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मामला उच्च न्यायालय में लंबित
इस बीच, बीपीएससी परीक्षा के मामले में उच्च न्यायालय में सुनवाई की तिथि निर्धारित है। कोर्ट में यह मामला लंबित है और अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और आगे की स्थिति पर नजर बनाए रखी है।