
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
मुजफ्फरपुर के औराई विधानसभा क्षेत्र के सहिला बल्ली गाँव में स्थानीय मुखिया द्वारा एक दलित महिला के घर को उजाड़ने का प्रयास किया गया। इस घटना के विरोध में भाकपा-माले के बैनर तले ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया और ग्राम सभा का आयोजन किया। इस सभा में क्षेत्र के प्रमुख नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
ग्राम सभा में प्रमुख रूप से खेग्राम्स के राज्य सचिव शत्रुधन सहनी, भाकपा-माले औराई कटरा के प्रभारी मनोज कुमार यादव, औराई विधानसभा से महागठबंधन समर्थित भाकपा-माले के पूर्व विधायक प्रत्याशी एवं आरवाईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफ़ताब आलम, प्रमुख राम**, बृजकिशोर सहनी, वीरेंद्र राम, चंदरकला देवी,नीलम देवी, भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य वीरेंद्र पासवान, माले नेता जावेद अख्तर समेत कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह कदम असंवैधानिक और अमानवीय है। उन्होंने कहा कि दलित महिला के अधिकारों का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस प्रकार की घटनाएँ समाज में भाईचारे और समानता की भावना को चोट पहुँचाती हैं।
ग्राम सभा में यह निर्णय लिया गया कि इस मामले को उच्च स्तर पर उठाया जाएगा और आरोपी मुखिया के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, इस घटना के पीछे संभावित राजनीतिक या सामाजिक कारणों की भी जांच की जाएगी।
नेताओं ने यह संकल्प लिया कि दलित समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आने वाले समय में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा और दलित समुदाय को उनका हक और सम्मान दिलाने के लिए प्रयास तेज किए जाएंगे।
भाकपा-माले और स्थानीय जनता ने इस विरोध प्रदर्शन को एकजुटता और संघर्ष का प्रतीक बताया। उन्होंने सरकार और प्रशासन से भी इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की माँग की।