इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक रीतलाल यादव इन दिनों भागलपुर जेल में बंद हैं, लेकिन उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा घटनाक्रम में पुलिस द्वारा उनके ठिकानों पर देर रात छापेमारी की गई, जिसके बाद विधायक की पत्नी रिंकू कुमारी ने खुलकर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
रिंकू कुमारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार जैसी गंभीर घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन का ध्यान इन अपराधों की तरफ नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन का सारा ध्यान सिर्फ उनके पति और परिवार को प्रताड़ित करने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, “हम लोग मानसिक रूप से परेशान हैं। प्रशासन पूरी तरह से एकपक्षीय कार्रवाई कर रहा है। क्या सिर्फ हमारा ही परिवार कानून के दायरे में है? बाकी अपराधियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?”
विधायक की पत्नी ने इस पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित साजिश बताया। उनका दावा है कि उनके पति को झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेजा गया है और अब पूरे परिवार पर दबाव बनाया जा रहा है। रिंकू कुमारी ने कहा कि अगर प्रशासन की यह कार्रवाई नहीं रुकी, तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगी।
इस पूरे मामले पर स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, छापेमारी एक पुराने मामले की जांच के तहत की गई थी।
इस घटनाक्रम से दानापुर समेत पूरे पटना जिले की सियासत में हलचल मच गई है। राजद के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी प्रशासन पर बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है और जल्द ही आंदोलन की चेतावनी दी है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाता है और राजद इसे कितना बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाती है।