इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पूर्व भाजपा सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया है। इस घोषणा को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
उदय सिंह ने 2004 और 2009 में पूर्णिया लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। हालांकि, 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2019 में उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा और पूर्णिया से चुनाव लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिली।
जन सुराज पार्टी का गठन 2 अक्टूबर 2024 को हुआ था, लेकिन अब तक पार्टी के पास कोई स्थायी राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं था। प्रशांत किशोर ने कहा, “अब समय आ गया है कि मैं पार्टी के संगठनात्मक काम से कुछ दूरी बनाकर जनसंपर्क अभियान पर ध्यान केंद्रित करूं। उदय सिंह ने पार्टी के गठन में अहम भूमिका निभाई है।”
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद उदय सिंह ने कहा, “मेरी मां ने 1977 में राजनीति में कदम रखा था और तभी से मैंने इस क्षेत्र को करीब से देखा है। प्रशांत किशोर के भीतर बिहार के लिए जो जुनून है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने यह भी बताया कि जन सुराज पार्टी का केंद्रीय कार्यालय उनके पटना स्थित घर में है, जो उनके पार्टी से जुड़ाव को दर्शाता है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अब वे संगठन के काम से हटकर जन संपर्क यात्रा पर ध्यान देंगे। पार्टी की जिम्मेदारी अब उदय सिंह, आरसीपी सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के हाथों में है। उम्मीद की जा रही है कि उदय सिंह के नेतृत्व में जन सुराज पार्टी बिहार की राजनीति में तीसरे विकल्प के रूप में उभरेगी।