
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार के बेनीपट्टी में इमाम मोहम्मद फिरोज साहब के साथ हुई पुलिसिया बर्बरता के मामले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने इमाम साहब को बेकसूर होते हुए भी बेरहमी से प्रताड़ित किया। इस घटना पर कांग्रेस पार्टी ने सख्त रुख अपनाते हुए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय चेयरमैन सह राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने पीड़ित इमाम मोहम्मद फिरोज से वीडियो कॉल पर बातचीत की। उन्होंने इमाम साहब के दर्द को साझा करते हुए कांग्रेस पार्टी और अल्पसंख्यक विभाग की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि इस मामले को संसद में उठाया जाएगा ताकि दोषी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई हो सके।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष उमैर खान ने भी बेनीपट्टी जाकर इमाम साहब से मुलाकात की। उन्होंने उन्हें न्याय दिलाने और हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। उमैर खान ने कहा कि यह घटना पुलिसिया अत्याचार का काला अध्याय है और कांग्रेस इसे अंजाम तक पहुंचाएगी।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने घोषणा की है कि जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष उमैर खान और अन्य वरिष्ठ नेता बिहार के डीजीपी से मुलाकात करेंगे और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
इस मौके पर मधुबनी कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा सहित कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने इस घटना की निंदा की और कहा कि यह मामला बिहार में न्याय और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए मिसाल बनेगा।
कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में कोई समझौता नहीं करेगी। पार्टी का कहना है कि इमाम मोहम्मद फिरोज को न्याय दिलाने के लिए कानूनी और राजनीतिक दोनों स्तरों पर संघर्ष किया जाएगा।
इस घटना ने प्रदेश में पुलिस की भूमिका और अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस के इस मजबूत कदम ने पीड़ित परिवार और उनके समर्थकों को न्याय की उम्मीद दी है।