इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
दक्षिण एशिया में लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच एक बड़ी कूटनीतिक पहल सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को ऐलान किया कि भारत और पाकिस्तान ने “पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम” पर सहमति जताई है। यह घोषणा दोनों देशों के बीच हालिया सैन्य झड़पों के बाद सामने आई है, जिनमें दर्जनों नागरिक और सैनिक मारे गए थे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा “एक लंबी रात की मध्यस्थता के बाद मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई है। दोनों देशों को समझदारी और दूरदर्शिता दिखाने के लिए बधाई।”
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को भारतीय कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए एक आतंकी हमले में 26 हिंदू श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। भारत ने इसका आरोप पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर लगाया था। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के अंदर 9 ठिकानों पर हवाई हमले किए थे।
जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन बुनियान अल-मरसूस’ के तहत भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इस सैन्य टकराव में दोनों ओर दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए, जबकि सीमा पर स्थित इलाकों में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
हालांकि हालात तनावपूर्ण बने हुए थे, दोनों देशों ने संकेत दिया था कि यदि एक पक्ष संयम दिखाएगा, तो दूसरा पक्ष भी तनाव कम करने को तैयार रहेगा।
इस संकट को सुलझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय — विशेषकर अमेरिका, चीन, सऊदी अरब और G7 देशों — ने भी मध्यस्थता की पेशकश की थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दोनों देशों से संपर्क कर युद्ध विराम सुनिश्चित करने की कोशिश की।
यह संघर्षविराम दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अब निगाहें इस बात पर हैं कि क्या भारत और पाकिस्तान इस समझौते का पालन करते हैं और क्या यह युद्धविराम दीर्घकालिक रूप से कायम रह पाएगा।