
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार के जमुई जिले में रविवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें “हिंदू शेरनी” के नाम से मशहूर खुशबू पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया। खुशबू पांडेय, जो खुद को हिंदू धर्म का कट्टर समर्थक बताती हैं, पर आरोप है कि उन्होंने मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद उत्तेजक नारे लगाए, जिसके कारण दो समुदायों के बीच तनाव और हिंसा फैल गई।
*घटना की जानकारी:
यह विवादित घटना झाझा थाना क्षेत्र के बलियाडीह गांव में हुई, जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और हिंदू स्वाभिमान संगठन द्वारा बिना अनुमति और निर्धारित मार्ग से एक धार्मिक जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोग मस्जिद के पास से गुजरते हुए दूसरे समुदाय के खिलाफ उत्तेजक नारेबाजी करने लगे, जिससे पथराव और हिंसक झड़पें हुईं।
*खुशबू पांडेय का रोल:
इस घटना में प्रमुख रूप से खुशबू पांडेय का नाम सामने आया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उनके खिलाफ मस्जिद के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का आरोप है। वह खुद को “हिंदू शेरनी” के तौर पर प्रचारित करती हैं और समाज में अपनी बयानबाजी और गतिविधियों के कारण चर्चा में रही हैं।
*पुलिस की कार्रवाई:
इस हिंसा में तीन लोग घायल हुए, जिन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 9 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और एक पुलिस अधिकारी को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा, 50 से 60 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
*इंटरनेट सेवा निलंबन:
अधिकारियों ने इंटरनेट सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है ताकि अफवाहों और गलत सूचना के प्रसार को रोका जा सके। इसके साथ ही, पुलिस ने झाझा में फ्लैग मार्च किया और स्थानीय निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की।
*सांप्रदायिक तनाव पर कड़ी निगरानी:
यह घटना बिहार में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच हुई है, जहां धार्मिक जुलूस अक्सर विवादों का कारण बनते हैं। प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने का आश्वासन दिया है ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे।
पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी विवादित या उत्तेजक गतिविधियों से बचें और प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करें।