
इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने प्रशांत किशोर पर चिटफंड की राजनीति करने और उनकी फंडिंग में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया। नीरज ने कहा कि जॉय ऑफ गिविंग फाउंडेशन एक दर्जन से अधिक ऐसी कंपनियों से करोड़ों का चंदा ले रहा है, जिनकी पूंजी 1 लाख रुपये से भी कम है।
*1 लाख से कम पूंजी वाली कंपनियों से करोड़ों का चंदा:
नीरज कुमार ने कहा कि जॉय ऑफ गिविंग फाउंडेशन जिन कंपनियों से फंडिंग प्राप्त कर रहा है, उनमें से अधिकांश की पूंजी 1 लाख रुपये से भी कम है। इसके बावजूद वे कंपनियां करोड़ों का चंदा दे रही हैं। उन्होंने फाउंडेशन की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि फाउंडेशन के डायरेक्टर हर दो साल में बदल जाते हैं, जो गंभीर अनियमितताओं की ओर इशारा करता है।
*पांच सवाल, लेकिन जवाब सिर्फ एक:
नीरज कुमार ने तीन दिन पहले प्रशांत किशोर से जन सुराज और जॉय ऑफ गिविंग फाउंडेशन से जुड़े पांच सवाल पूछे थे। हालांकि, इन सवालों में से केवल एक का जवाब दिया गया, जिसमें जन सुराज का अकाउंट नंबर बताया गया। बाकी चार सवालों पर प्रशांत किशोर ने कोई सफाई नहीं दी।
*’संगठन की सच्चाई जनता के सामने लाएंगे’:
नीरज कुमार ने आगे कहा कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों की कंपनियों का जिक्र है, लेकिन उनका कोई वास्तविक पता नहीं है। उन्होंने बिहार की जनता को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशांत किशोर को दस्तावेज के साथ बहस के लिए चुनौती दी जाती है। उन्होंने कहा, “हम प्रशांत किशोर के संगठन की सच्चाई जनता के सामने लाएंगे।”
*आगे होंगे बड़े खुलासे:
नीरज कुमार ने कहा कि जन सुराज और जॉय ऑफ गिविंग फाउंडेशन की फंडिंग के मामले में जल्द ही और भी बड़े खुलासे किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग, आर्थिक अपराध इकाई (EOU) और अन्य सक्षम प्राधिकारों से कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
सियासत गरमाई:
इन आरोपों के बाद बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। प्रशांत किशोर और जेडीयू के बीच जारी बयानबाजी ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है।