इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और HAM (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने एलजेपी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान को बिहार की राजनीति में आने की नसीहत दी है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। मांझी का यह बयान उस समय आया जब चिराग पासवान ने राज्य में राजनीति शुरू करने का इशारा दिया है!
जीतन राम मांझी ने कहा, “मैं चिराग पासवान को यही सलाह दूंगा कि वे बिहार की राजनीति में जरूर शामिल हों, लेकिन राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए फिलहाल कोई जगह नहीं है। नीतीश कुमार पहले ही इस पद पर हैं और अगले चुनाव तक उनका दबदबा कायम रहेगा।”
मांझी का यह बयान राजनीतिक गलियारों में गर्मा-गर्मी का कारण बन गया है, क्योंकि चिराग पासवान और नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर बिहार में पहले ही काफी बहस हो चुकी है। चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने विधानसभा चुनावों में अच्छे परिणाम की उम्मीद जताई थी, लेकिन वे अब तक राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर मज़बूत रुख अपनाए हुए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मांझी का यह बयान चिराग पासवान के लिए एक संदेश है कि बिहार में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई भी कदम उठाने से पहले उन्हें अपनी ताकत और समर्थकों की संख्या पर ध्यान देना होगा।
बिहार की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनावों के साथ-साथ ये बयान और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं, क्योंकि सभी पार्टियां अपने-अपने चुनावी रणनीतियों को लेकर सक्रिय हो चुकी हैं।