इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
राजस्थान के जोधपुर में हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित एक प्रदर्शन में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ नारे लगाए गए, जिसे लेकर जिले में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। यह प्रदर्शन पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ आयोजित किया गया था, लेकिन इसमें साम्प्रदायिक हिंसा की आंच दिखाई दी।
सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा और नरसंहार के नारे लगाए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। यह घटना तब घटी जब हिंदू संगठनों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें सुरक्षा बलों के जवानों को निशाना बनाया गया था।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को काबू में करने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की। हालांकि, विरोध प्रदर्शन के दौरान नफरत भरे नारे और हिंसा के उकसावे ने समाज में असहमति और चिंता का माहौल पैदा कर दिया।
विरोध प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने हमले को लेकर राज्य और केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की। वहीं, मुस्लिम संगठनों ने इन भड़काऊ नारों की कड़ी निंदा की है और इसे समाज में घृणा फैलाने की एक साजिश करार दिया है।
स्थानीय नागरिकों और धार्मिक नेताओं ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और मामले की जांच की मांग की है। जोधपुर में स्थिति को सामान्य रखने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि कैसे कुछ शक्तियां समाज में विभाजन और नफरत फैलाने के लिए सांप्रदायिक आधार पर लोगों को भड़काने का काम कर रही हैं। इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों और समाज के विभिन्न वर्गों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।