इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर पूरे देश में विरोध की लहर तेज़ होती जा रही है। अब केरल में इससे जुड़े आंदोलन ने नया मोड़ ले लिया है। जमाअत-ए-इस्लामी हिंद की युवा इकाई सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट ने 9 अप्रैल को कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को घेरने का ऐलान किया है।
यह प्रदर्शन संसद द्वारा पारित वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में किया जा रहा है, जिसे मुस्लिम संगठनों ने धार्मिक अधिकारों और वक्फ संपत्तियों की स्वायत्तता पर हमला बताया है।
“वक्फ संपत्तियों पर केंद्र की नजर”
संगठन ने प्रेस को जारी बयान में कहा, “वक्फ संशोधन बिल के जरिए केंद्र सरकार मुसलमानों की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को नियंत्रण में लेना चाहती है। यह सीधा हमला है हमारी पहचान और संविधान प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता पर।”
उन्होंने कहा कि जब तक यह बिल वापस नहीं लिया जाता, विरोध जारी रहेगा। 9 अप्रैल को सैकड़ों युवा कार्यकर्ता कालीकट एयरपोर्ट पर प्रदर्शन करेंगे और सरकार की वक्फ नीति का विरोध दर्ज कराएंगे।
केरल बना विरोध का केंद्र
केरल पहले से ही मुस्लिम संगठनों और सामाजिक समूहों के विरोध का गढ़ बनता जा रहा है। वक्फ बोर्ड के पूर्व पदाधिकारियों, उलेमा और राजनेताओं ने भी इस बिल के खिलाफ एकजुटता दिखाई है। हाल के दिनों में कई जिलों में धरना, रैलियां और जनसभाएं आयोजित की गई हैं।
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
9 अप्रैल के प्रस्तावित एयरपोर्ट घेराव को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। प्रशासन का कहना है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना प्राथमिकता होगी और किसी भी प्रकार की हिंसा या बाधा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विरोध किस रूप में सामने आता है और केंद्र सरकार इस बढ़ते दबाव का क्या जवाब देती है।