इंसाफ़ टाइम्स डेस्क
पूर्वी चंपारण ज़िले के मोतिहारी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने बिहार को “नए विकास युग” में प्रवेश कराने की घोषणा करते हुए विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जो पहले सिर्फ वादे करते थे, हम काम करके दिखा रहे हैं। नया बिहार अब दूर नहीं है।”
पीएम मोदी की यह यात्रा आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र अहम मानी जा रही है, जहां उन्होंने केंद्र की योजनाओं और एनडीए सरकार की विकास प्रतिबद्धता को प्रमुखता से रखा।
प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया, उनमें रेलवे के तहत 5,398 करोड़ रुपये की योजनाएं प्रमुख रहीं। चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई, जिनमें मोतिहारी से आनंद विहार, पटना से नई दिल्ली, दरभंगा से लखनऊ और मालदा से लखनऊ के बीच सेवा शुरू की गई।
सड़क परियोजनाओं में NH-319 के चार लेन बाईपास समेत अन्य राजमार्गों के सुधार कार्य शामिल हैं, जिन पर करीब 1,173 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
डिजिटल बिहार की दिशा में दरभंगा में STPI और पटना में स्टार्टअप इनक्यूबेशन हब का शिलान्यास किया गया।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 40,000 लाभार्थियों को घर सौंपे गए, वहीं स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई। पीएम मोदी ने कहा कि “बिहार की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, अब गांव भी विकास के केंद्र बनेंगे।”
मत्स्य संपदा योजना के तहत बायोफ्लॉक इकाइयों, हैचरी और फीड मिल परियोजनाओं की भी नींव रखी गई।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, “बिहार को पिछड़ेपन में झोंकने वाले अब विकास की बात कर रहे हैं। हम बिहार को उसकी गरिमा लौटाने आए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि NDA की सरकार ने जो काम किया है, वह आने वाले चुनाव में जनता का निर्णय सुनिश्चित करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच पर मौजूद रहे और उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व को “विकास का पर्याय” बताया। उन्होंने कहा कि “राज्य और केंद्र के साझा प्रयास से बिहार आज एक नई दिशा में बढ़ रहा है।”
विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा केवल विकास योजनाओं की शुरुआत नहीं बल्कि चुनावी रणनीति का भी हिस्सा था। प्रधानमंत्री का “नया बिहार” का नारा अब NDA के प्रचार अभियान का मुख्य हिस्सा बन सकता है।
मोतिहारी में पीएम मोदी की मौजूदगी ने बिहार की राजनीतिक और विकास यात्रा दोनों को नई गति दी है। अब निगाहें इस पर रहेंगी कि इन परियोजनाओं का जमीनी असर कितना तेज़ और व्यापक होता है।